IndiGo Flight Emergency Landing: फ्यूल की कमी पर पायलट ने जारी किया MAYDAY सिग्नल
अहमदाबाद में हुए दर्दनाक प्लेन हादसे के महज एक सप्ताह बाद 19 जून को एक और IndiGo Flight Emergency Landing की घटना सामने आई। गुवाहाटी से चेन्नई जाने वाली IndiGo फ्लाइट के पायलट ने टेकऑफ़ के तुरंत बाद फ्यूल की कमी महसूस की और इमरजेंसी मेसेज “MAYDAY” ATC को भेजा। इसके बाद विमान को बेंगलुरु एयरपोर्ट पर तत्काल लैंड कराया गया।
IndiGo Flight Emergency Landing क्यों हुई?
बेंगलुरु एयरपोर्ट के अधिकारियों ने बताया कि फ्लाइट में ईंधन पर्याप्त मात्रा में नहीं था। पायलट ने तुरंत एयर ट्रैफिक कंट्रोल को MAYDAY यानी इमरजेंसी कॉल लगाया और इमरजेंसी लैंडिंग की अनुमति मांगी। इसके बाद विमान सुरक्षित रूप से रवाना किया गया।
इस ऑपरेशन में 168 यात्री सवार थे। सभी की जान बचाने वाले पायलट और क्रू को प्रशंसा मिल रही है, लेकिन फ्यूल रोस्टर में हुई चूक पर जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
IndiGo Flight Emergency Landing और अहमदाबाद क्रैश की तुलना
इस घटना से पहले 12 जून को अहमदाबाद में हुआ एयर इंडिया का AI‑171 क्रैश बेहद दर्दनाक था। उस हादसे में भी पायलट ने टेकऑफ़ के तुरंत बाद MAYDAY कॉल किया, लेकिन विमान मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से टकरा गया और 270 लोगों की जान चली गई। वहीं, IndiGo Flight Emergency Landing में सतर्कता ही जान बचाने की वजह बनी।
अहमदाबाद क्रैश में पायलट सुमीत सभरवाल ने उसी तरह “MAYDAY, MAYDAY…थ्रस्ट नहीं मिल रहा…” की कॉल रिकॉर्ड कराई थी। तब भी उड़ान नियंत्रण से कोई जवाब नहीं मिला, लेकिन इस बार हर सिस्टम ने मिलकर क्रिया की।
IndiGo Flight Emergency Landing के पीछे MAYDAY का महत्व
“MAYDAY” एक अंतरराष्ट्रीय विमानन इमरजेंसी संकेत है। इसका उपयोग तब किया जाता है जब जीवन संकट में हो, जैसे इंजन खराबी, फ्यूल लेवल की कमी आदि।
IndiGo Flight Emergency Landing मामले में पायलट ने MAYDAY कॉल की और तुरंत बेंगलुरु एयरपोर्ट में इमरजेंसी लैंड कराया। यह सचेतना ही उड़ान को सुरक्षित रूप से नीचे उतारने में मददगार साबित हुई।
IndiGo Flight Emergency Landing के बाद क्या कार्रवाई की गई?
बीमारी या व्यक्तिगत लापरवाही नहीं, बल्कि सिस्टम चूक की आशंका को देखते हुए, DGCA की ओर से पायलट और एयरलाइन दोनों का फुल ऑडिट शुरू किया गया है।
फिलहाल घटी घटना की जांच की जा रही है—पूरे फ्यूल लॉग, उड़ान पूर्व जांच, और पायलट्स की ड्यूटी रिकार्ड का मुआयना किया जाएगा। निरीक्षण रिपोर्ट आने तक पायलट्स को डी-रोटेशन (ड्यूटी से हटाया जाना) भी किया गया है।
IndiGo Flight Emergency Landing का एयरलाइन उद्योग पर प्रभाव
यह दूसरी इमरजेंसी लैंडिंग नहीं है—इंडिगो जैसी बड़ी एयरलाइन में सुरक्षा सवाल उठना सामान्य नहीं माना जा सकता। इस घटना ने इंडिंगो और अन्य एयरलाइनों को यह चेतावनी दी है कि प्री-फ्लाइट जांच और फ्यूल प्रोटोकॉल अनिवार्य रूप से निर्बाध और सख़्त होने चाहिए।
यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए, और इसके लिए हर एयरलाइन को ब्लंडर से बचना होगा।
IndiGo Flight Emergency Landing: यात्री अनुभव और प्रतिक्रिया
168 यात्रियों को बेंगलुरु एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान इंतज़ाम मिलना शुरू हो गया। यात्रियों ने सोशल मीडिया पर पायलट और क्रू की प्रशंसा की, विशेषकर सकुशल लैंडिंग के लिए।
कई यात्रियों ने लिखा:
“मेडे कॉल सुनकर डर लगा, लेकिन लैंडिंग बहुत सुचारू थी, धन्यवाद इंडिगो टीम।”
IndiGo Flight Emergency Landing की भविष्य की लर्निंग
यह घटना हमें सिखाती है:
- फ़्यूल चेक: उड़ान शुरू होने से पहले सभी पैमाने पर ईंधन की सटीक जाँच।
- MAYDAY का महत्व: पढ़कर नहीं, तुरंत कॉल करना चाहिए।
- इमरजेंसी रूटीन: ATC और एयरलाइन को तुरंत क्रियाशील होना चाहिए।
- जांच और जवाबदेही: DGCA को जल्द निष्कर्ष देकर सुधारात्मक पहल करनी होगी।
निष्कर्ष: सुरक्षा सबसे आवश्यक
IndiGo Flight Emergency Landing ने साबित किया कि सतर्कता और सही फ्लाइट प्रोटोकॉल किस हद तक प्रभावी हो सकते हैं। पायलट द्वारा समय रहते उठाया गया कदम एक बड़े हादसे को टालने वाला था।
लेकिन इस घटना ने एयरलाइनों, नियामकों और यात्रियों को यह भी याद दिलाया कि हर उड़ान में सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए। यही सीख हमें फ्यूचर और भी सुरक्षित फ्लाइट्स के लिए प्रेरित करती है।
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