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After QUAD, BRICS condemned the Pahalgam attack:मोदी बोले- ये अटैक इंसानियत पर चोट; इजराइल के खिलाफ ईरान के सपोर्ट में ब्रिक्स देश

HeAfter QUAD, BRICS condemned the Pahalgam attack

BRICS समिट 2025 में पहलगाम हमले की सख्त निंदा

After QUAD, BRICS condemned the Pahalgam attack:मोदी बोले- ये अटैक इंसानियत पर चोट; इजराइल के खिलाफ ईरान के सपोर्ट में ब्रिक्स देश—यह विषय वैश्विक राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ बन गया है। ब्राजील के रियो डी जनेरियो में हुए 17वें BRICS सम्मेलन में आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाई गई।

31 पेज के संयुक्त घोषणा पत्र में BRICS ने पहलगाम आतंकी हमले की तीव्र निंदा की, और ईरान पर हुए इजरायली हमले को भी अस्वीकार्य करार दिया।

QUAD और BRICS दोनों की सख्त प्रतिक्रिया

1 जुलाई को QUAD देशों—भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया—ने भी इस हमले को मानवता पर हमला बताया था। इसके तुरंत बाद After QUAD, BRICS condemned the Pahalgam attack:मोदी बोले- ये अटैक इंसानियत पर चोट; इजराइल के खिलाफ ईरान के सपोर्ट में ब्रिक्स देश यह बयान सामने आया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने BRICS सम्मेलन में कहा कि आतंकवाद का विरोध सिर्फ सुविधाजनक स्थिति में नहीं, बल्कि सिद्धांत के रूप में होना चाहिए।

मोदी ने उठाई नई वैश्विक व्यवस्था की मांग

प्रधानमंत्री मोदी ने BRICS मंच से कहा, “20वीं सदी में बनी वैश्विक संस्थाएं अब 21वीं सदी की चुनौतियों से निपटने में असफल हैं। एक वैश्विक संस्थान 80 वर्षों में अपडेट नहीं हुआ जबकि तकनीक हर हफ्ते बदल रही है।”

उन्होंने After QUAD, BRICS condemned the Pahalgam attack:मोदी बोले- ये अटैक इंसानियत पर चोट; इजराइल के खिलाफ ईरान के सपोर्ट में ब्रिक्स देश की भावना को आगे बढ़ाते हुए वैश्विक न्याय और समावेशिता की बात कही।

ग्लोबल साउथ के लिए आवाज बनी BRICS

मोदी ने कहा कि ग्लोबल साउथ के देश लगातार डबल स्टैंडर्ड के शिकार होते रहे हैं। विकास, संसाधन और सुरक्षा जैसे मामलों में उनकी अनदेखी की जाती रही है। इसी संदर्भ में उन्होंने कहा, After QUAD, BRICS condemned the Pahalgam attack:मोदी बोले- ये अटैक इंसानियत पर चोट; इजराइल के खिलाफ ईरान के सपोर्ट में ब्रिक्स देश यह बयान सिर्फ राजनीतिक नहीं बल्कि मानवीय दृष्टिकोण भी दर्शाता है।

BRICS का नया एजेंडा: AI, क्लाइमेट एक्शन और लोकल करेंसी

BRICS समिट में तीन मुख्य बिंदुओं पर चर्चा हुई:

  1. डिजिटल पेमेंट सिस्टम का निर्माण
  2. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए वैश्विक नियम
  3. लोकल करेंसी में व्यापार को बढ़ावा देना

इन पहलुओं से यह स्पष्ट है कि After QUAD, BRICS condemned the Pahalgam attack:मोदी बोले- ये अटैक इंसानियत पर चोट; इजराइल के खिलाफ ईरान के सपोर्ट में ब्रिक्स देश अब केवल आतंकवाद विरोध तक सीमित नहीं, बल्कि वैश्विक रणनीति में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।

BRICS की उत्पत्ति और उद्देश्य

BRICS (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) की स्थापना पश्चिमी देशों के दबदबे को संतुलित करने के लिए की गई थी। बाद में इसमें मिस्र, इथियोपिया, ईरान, यूएई, सऊदी अरब और इंडोनेशिया जैसे देश भी जुड़े।

इनका उद्देश्य था विकासशील देशों की आवाज को मजबूत करना। 2009 में रूस में हुई पहली बैठक में “मल्टीपोलर वर्ल्ड” यानी बहुध्रुवीय दुनिया का विचार रखा गया था।

भारत और ब्राजील के बढ़ते द्विपक्षीय संबंध

प्रधानमंत्री मोदी की ब्राजील यात्रा के दौरान कई अहम समझौतों की संभावना है, जैसे:

  • आकाश डिफेंस सिस्टम की बिक्री
  • स्कॉर्पीन क्लास पनडुब्बी प्रबंधन
  • $2000 करोड़ व्यापार लक्ष्य की दिशा में पहल

यह सब कुछ तब हुआ जब पूरी दुनिया ने देखा कि After QUAD, BRICS condemned the Pahalgam attack:मोदी बोले- ये अटैक इंसानियत पर चोट; इजराइल के खिलाफ ईरान के सपोर्ट में ब्रिक्स देश के बैनर तले भारत ने आतंकवाद और वैश्विक संतुलन की जिम्मेदारी संभाली।

BRICS का पश्चिमी देशों को सीधा संदेश

BRICS द्वारा अपनी करेंसी और पेमेंट सिस्टम पर काम करने की बात लंबे समय से चल रही है। अमेरिका के लिए यह एक बड़ी चुनौती है। डोनाल्ड ट्रंप ने इसे डॉलर को कमजोर करने की साजिश बताया था।

हालांकि, भारत ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है कि उसका उद्देश्य अमेरिकी डॉलर को कमजोर करना नहीं है, बल्कि एक समावेशी वैश्विक व्यवस्था की स्थापना करना है—जिसका संकेत After QUAD, BRICS condemned the Pahalgam attack:मोदी बोले- ये अटैक इंसानियत पर चोट; इजराइल के खिलाफ ईरान के सपोर्ट में ब्रिक्स देश जैसे बयानों से मिलता है।


निष्कर्ष

After QUAD, BRICS condemned the Pahalgam attack:मोदी बोले- ये अटैक इंसानियत पर चोट; इजराइल के खिलाफ ईरान के सपोर्ट में ब्रिक्स देश यह सिर्फ एक बयान नहीं, बल्कि एक वैश्विक संकेत है कि अब दुनिया बहुध्रुवीय होती जा रही है, जहां विकासशील देश भी अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं।

BRICS समिट 2025 न केवल आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हुआ, बल्कि तकनीक, व्यापार और न्याय की नई परिभाषा भी प्रस्तुत की।

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